
कटहल, एक बहुपयोगी फल! सब्जी भी, फर्नीचर भी!
बेंगलूरु, (खौफ 24) एक रिपोर्ट कटहल एक ऐसा फल है, जो कच्चा रहता है तो इसकी सब्जी बनती है और जब यह पकता है तो इसके कोवा को लोग खूब चाव से खाते हैं। कच्चे कटहल का अचार भी उतना ही स्वादिष्ट होता है। शाकाहारी इसकी सब्जी मटन की तरह बनाते हैं। और सचमुच खाने में भी उतना ही स्वादिष्ट होता है, जितना मटन! शादी ब्याह में इसकी सब्जी खूब बनती है। मुझे इसका कोफ्ता बहुत प्रिय है।
उत्तर भारत में कटहल देर से पकता है लेकिन दक्षिण भारत में यह जल्दी पक जाता है। इसे यहां के लोग बड़े चाव से खाते हैं। पके फल को कोवा कहते हैं। बीज व बीच का डंठल वाला भाग – जिसे मूसल कहते हैं, उसकी भी सब्जी बनती है। यह भी बाजार मिलता है। बेंगलूरु में पके कटहल का कोवा 250-00ग्राम 50₹ मिलता है। और बीज 250-00ग्राम 30₹ मिलता है। यह यहां बहुत लोकप्रिय है। यहां के लोग समूचा पका हुआ कटहल ही खरीद कर ले जाते हैं।
और सबसे महत्वपूर्ण बात। कटहल की लकड़ी से दरवाजे, खिड़कियां और सुंदर फर्नीचर भी बनाए जाते हैं। लेकिन अफसोस इस बात का है कि अब ये पेड़ धीरे धीरे कम होते जा रहे हैं। इन्हें बड़े पैमाने पर लगाने की जरूरत है।